अगीत की शिक्षाशाला --कार्यशाला --२९... सतत लगन, श्रम व धैर्य एवं प्रतिभा का अंततः सुपरिणाम ..डा श्याम गुप्त ...
सतत लगन, श्रम व धैर्य एवं प्रतिभा का अंततः सुपरिणाम
अविचल भाव से हिन्दी साहित्य में नयी नयी विधाओं को समर्पित करने वाले , हिन्दी भाषा व काव्य सेवी, अगीत कविता विधा के
संस्थापक , संतुलित कहानी व संघात्मक समीक्षा के जनक वरिष्ठ साहित्यकार ड़ा रंगनाथ मिश्र 'सत्य' को उ.प्र. हिन्दी
संस्थान द्वारा "साहित्य-भूषण" सम्मान-2014. प्रदत्त |
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