Followers

Friday, 27 November 2015

अगीत की शिक्षाशाला --कार्यशाला --२९... सतत लगन, श्रम व धैर्य एवं प्रतिभा का अंततः सुपरिणाम ..डा श्याम गुप्त ...

 

                         सतत लगन, श्रम व धैर्य एवं प्रतिभा का अंततः सुपरिणाम

                     

               अविचल भाव से हिन्दी साहित्य में नयी नयी विधाओं को समर्पित करने वाले , हिन्दी भाषा व काव्य सेवी, अगीत कविता विधा के संस्थापक , संतुलित कहानी व संघात्मक समीक्षा के जनक  वरिष्ठ साहित्यकार ड़ा रंगनाथ मिश्र 'सत्य' को उ.प्र. हिन्दी संस्थान द्वारा "साहित्य-भूषण" सम्मान-2014. प्रदत्त |

No comments:

Post a Comment